Vouchers क्या है?
Voucher एक Basic Document दस्तावेज होता है जिसकी, मदद से हम अपने Business में होने वाली प्रतिदिन
की Transaction मतलब की लेन-देन का पूरा हिसाब रखते है, और voucher की मदद से हम इसको आसानी
से टैली में एंट्री पोस्ट कर सकते है।जब से Tally ERP 9 Software आया है हम अपनी रोज की Transaction ( Sale, Purchase, Payment,
Receipt और
Bank se Related sabhi
Transactions) को Tally में Accounting Voucher की मदद से कर सकते है।voucher की Help से एंट्री करना काफी ज्यादा आसान हो गया है।
“Voucher is A Basic Recording Document Day To Day Transaction is Entered, in Tally Through Vouchers. It is a key to all business information entering the transaction through a voucher is Called Creating a Voucher.”
Accounting
Voucher क्या है? Accounting Vouchers in tally?
Accounting
Voucher का मतलब उन Vouchers से है जो Accounts
की Basic Transaction को Store करने के लिए करते हैजब भी हम कोई Transaction करते है तो उसको हम (Voucher Pass, Pass A Transaction या फिर Voucher Entry) करना कहते है।
Accounting
Voucher में जाने के लिए आपको सबसे पहले Gateway Of Tally में जाना होगा,
यह आपको Transactions Options दिखाई देगा, आप इस पर क्लिक करे, यहाँ पर आपको कई सारे Accounting Voucher मिलेंगे,आपको जिस Accounting
Vouchers की जरूरत है,आप उस पर क्लिक करे, वो voucher खुल जाएगा।
Types Of
Accounting Vouchers:-
Accounting
Voucher Basically Jo Bahut Jada Use Hote hai Wo Kuch Is Tarah Se Hai.
1.Contra
Vouchers
2.Payment
Voucher
3.Receipt
Voucher
4.Journal
Voucher
5.Sale
Voucher
6.Purchase
Voucher
7.Debit
Note
8.Credit
Note
1.Contra
Vouchers: Contra Voucher का उपयोग हम तब करते
है,जब हमको Bank में ( Cheque
Ya Cash Deposit) करना होता है तो,या फिर Bank से paise निकालते है,या तो जब पैसे किसी को Transfer करते है,किसी एक Bank से दूसरे Bank
में तो हम उस समय Contra Voucher का उपयोग करते है।
Contra
Voucher में केवल ( Cash Aur Bank Account) ही Debit/Credit
कर सकते है इसके सिवा आप किसी और Group का Use नही कर सकते है।
4 Types
Of Transaction in Contra Vouchers.
A. Cash
Deposit in Bank.
B. Cash
Withdrawn From Bank.
C. Loan
from Bank.
D.Loan
Repayment From Bank.
Some
Important Point Of Contra Vouchers.
1. अगर किसी Bank
में Paise जाना किये जाएंगे,टी हम उस Bank Account को Debit
Karega और Cash Account Means जमा करने वाला Account
Credit करेगा।
2. अगर Bank से पैसे निकाल रहे गई तो Bank Account Credit करेगा और Cash
Account Debit करेगा।
3 अगर एक Bank का Cheque,
Dusare Bank में जा रहा है तो पहला Bank Credit करेगा और दूसरा Bank जिसमे cheque Diya दिया गया है वो Debit होगा।
2.
Payment Voucher: Tally में Payment Voucher वो होता है,जब भी हम (Cash
Or Cheque) से किसी को Payment करते है मतलब की Business से Paisa बाहर जा रहा हो , फिर वो किसी भी तरह से जाए, तो हम उस समय ऐसी सभी एंट्री को Payment Voucher में करते है।
tally में Payment
Voucher Open करने के लिए अपने कीबोर्ड से Short Key (F5) दाबे आपका payment
voucher खुल जाएगा.
Example:-
हमने किसी से Goods माल Purchase किया,मतलब की goods
माल आया business में और पैसा गया, मतलब की उसको हमने Payment करे, अब वो चाहे cash
में करे या फिर cheque से या आप online,
वो आपकी मर्जी।
3.
Receipt Voucher: Receipt का मतलब होता है कि
पैसा हमारे बिज़नेस में आया,अब वो चाहे cash में आये या चेक़ से या online आये। कहने का साफ मतलब
ये है कि जब भी Hamare
Business में पैसा कही से आता है, Means Amount Receipt जब होती है तो ऐसी सभी Entry को हम Receipt Voucher में करते है।
Example:-
अगर आप Interest Receipt कर रहे हो तो Receipt
Voucher का उपयोग करेंगे।
4.
Journal Voucher: Journal Voucher एक तरह का Adjustment voucher होता है,जिसके जरिये हम टैली में Adjustment Entry को post करते है।
Journal
Voucher में हम (2 Accounts) के बीच मे Amount
को Adjust करते है,
Without किसी Physical Fund को Use किये बिना, अगर आपको ऐसी कोई एंट्री करनी हो तो आप journal voucher का उपयोग करेंगे।
वैसे देखा जाए तो ऐसी सभी Entries जिसमे (Dr.
Aur Cr) में Cash Or Bank नही आते है,उन सभी Entries
को हम Journal Voucher में करते है।
Example:-
Purchase Return, Sale Return, Goods के सिवा कोई (वस्तु) उधार Purchase करने पर, Depreciation Of Fixed Assets Etc,जैसी सभी Transactions
की Entry कर लिए हम journal
Voucher का उपयोग करते है।
5. Sale
Voucher: Sale Voucher में आपको केवल एक ही Entry करनी होती है,
वो होती है माल(goods) को उधार बेचने पर,कहने का मतलब ये है कि (Goods Sold On Credit).
अगर आप माल Goods को Credit उधार पर Sale करते है तो आपको Sale Voucher में Entry को post करना होगा।
Sale
voucher का उपयोग आप उस conditions में करे जब आप,
Regular Course Of Business कर रहे हो मतलब की उन
चीजों को Sale कर रहे हो जिन्हें आपने खरिदा ही था,उसको बेचने के लिए।उन
चीजों के लिए नही जो आपकी Fixed Assets संपत्ति है।
6.Purchase
Voucher: जब भी आप किसी तरह की खरीदारी करते है तो टैली में उसकी सभी Entry को हम purchase
Voucher में करते है Generally Purchase हम लोग उधारी में करते है यही की Credit में करते है।
Tally हमको दोनो ही तरह की Entry करने की Facility Provide करता है ,फिर वो चाहे Cash
Me Purchase हो या फिर Credit Me Purchase हो।
7- Debit
Note:-जब हम किसी Party से माल मंगवाते है या माल Purchase करते है , और जो सामने वाली Party Maal माल हमको Sellout करती है, उसमे से कुछ Items
जब Defect Quality का, या फिर Bad खराब Quality का Damage
Goods हमको Receive हो जाता है
तो ऐसी Condition में हमे उस Party
को माल Return करना होता है जिसके लिए हम Debit Note का Use करते है।Debit
Note को खोलने की Shortcut Key (Ctrl+F9) होती है।
8:-
Credit Note:-जब भी हमारे Customers किसी Condition
की वजह से हमको Goods माल को Return
करते है मतलब की जब भी Sale Return होती है तो इन सभी Entries के लिए हम Credit Note का Use करते है।
Credit
Note को खोलने की Shortcut Key (Ctrl+F8) होती है।
टैली में कुल लगभग जितने तरह के वाउचर
होते है उन सभी की एंट्री निचे दी गयी है-
1.) रिहसट वाउचर (Receipt Voucher) - जब भी बिज़नस में पैसा प्राप्त हो चाहे कैश हो या चेक तब एंट्री रिसिप्ट वाउचर
में होगी जैसे रुपेश से 5000/- प्राप्त हुए इस वाउचर को सेलेक्ट
करने के लिए टैली में इसकी शॉर्टकट KEY F6 है |
2.) पेमेंट वाउचर (Payment
Voucher) - जब भी बिज़नस किसी को भुगतान करेगा चाहे वह कैश हो या चेक तब एंट्री पेमेंट
वाउचर में होगी जैसे राम को ३००० का भुगतान किया| इस वाउचर को सेलेक्ट करने के लिए टैली में इसकी शॉर्टकट KEY F5 है |
3.) परचेस वाउचर (Purchase
Voucher)- जब भी बिज़नस में माल खरीदा जायेगा तब
एंट्री हमेशा परचेस वाउचर में होगी परचेस
वाउचर की विंडो २ तरह की होती है एक वो जिसमे स्टोक डिटेल्स देनी होती है और एक वो
जिसमे केवल Dr. और Cr. बताना होता है दोनों विंडो में स्विच करने के लिए CTRL + V दबाना होता है |
इस वाउचर को सेलेक्ट करने के लिए टैली
में इसकी शॉर्टकट KEY F9 है |
4.) सेल्स वाउचर (Sales
Voucher )- जब भी बिज़नस से माल बेचा जायेगा तब
एंट्री हमेशा सेल्स वाउचर में होगी सेल्स
वाउचर की विंडो २ तरह की होती है एक वो जिसमे स्टोक डिटेल्स देनी होती है
और एक वो जिसमे केवल Dr. और Cr. बताना होता है दोनों विंडो में स्विच करने के लिए CTRL + V दबाना होता है |
इस वाउचर को सेलेक्ट करने के लिए टैली
में इसकी शॉर्टकट KEY F8 है |
5.) कॉण्ट्रा वाउचर ( Contra Voucher) - बैंक से कैश निकला और
बैंक में कैश जमा किये इस तरह की एंट्री कॉण्ट्रा वाउचर में होंगी अर्थात जब बिज़नस
का कैश उसी के एक अकाउंट से निकल कर दुसरे अकाउंट में जमा होता है जो की उसी बिज़नस
का अकाउंट है तब यह एंट्री कॉण्ट्रा होगी जैस कैश टू बैंक , बैंक टू कैश ,
बैंक टू बैंक आदि | इस वाउचर को सेलेक्ट करने के लिए टैली में इसकी शॉर्टकट KEY F4 है |
6.) डेबिट नोट वाउचर ( Debit NoteVoucher) - जो माल हमने खरीदा यदि
वह गलत या खराब आ जाये तब उस मॉल को वापस करने की एंट्री डेबिट नोट वाउचर में की
जाएगी जैसे राम को ३००० का मॉल बापस किया | इस वाउचर को सेलेक्ट
करने के लिए टैली में इसकी शॉर्टकट KEY CTRL + F9 है | यह वाउचर तभी काम करेगा जब हम डेबिट नोट का फीचर इनेबल कर देंगे |
7.) क्रेडिट नोट वाउचर ( Credit Note Voucher) - जो मॉल हमने बेचा यदि वह गलत या खराब निकले तो उस माल को वापस लेने की एंट्री
क्रडिट नोट वाउचर में होगी जैसे सुरेश ने २००० का माल हमे वापस किया | इस वाउचर को सेलेक्ट करने के लिए टैली में इसकी शॉर्टकट KEY
CTRL + F8 है | यह वाउचर तभी काम करेगा जब हम क्रेडिट
नोट का फीचर इनेबल कर देंगे |
8.) स्टॉक जर्नल वाउचर (Stock Journal Voucher) - यह वाउचर तभी
काम करेगा जब गोदाम का फिचर्स इनेबल होगा इस वाउचर में स्टॉक को एक गोदाम से दुसरे
गोदाम में जब ट्रान्सफर किया जाता है तब इस वाउचर का उपयोग किया जाता है| इस वाउचर को सेलेक्ट करने के लिए टैली में इसकी शॉर्टकट KEY ALT +F7 है |
9.) फिजिकल स्टॉक (Physical Stock Voucher)- यदि हमारे गोदाम में स्टॉक की मात्रा और टैली में स्टॉक की मात्रा अलग अलग हो
तब हम फिजिकल स्टॉक वाउचर का उपयोग करते है जैसे टैली में मेन लोकेशन पर १०० पेन
है जबकि वास्तविकता में मेन लोकेशन पर 98 पेन है तब हम फिजिकल
स्टॉक वाउचर से टैली में भी 98 पेन कर देंगे | इस वाउचर को सेलेक्ट करने के लिए टैली में इसकी शॉर्टकट KEY ALT + F10 है |
10. जर्नल वाउचर ( Jounral
Voucher) - दो एकाउंट्स के बीच अमाउंट को एडजस्ट करने के लिए जर्नल वाउचर का उपयोग किया
जाता है | या फिर वह एंट्री जो किसी वाउचर में न जाये उसे हम जर्नल वाउचर में कर सकते है| जर्नल वाउचर एंट्री में कैश और बैंक छोड़कर सभी एकाउंट्स आते है | टैक्स टीडीएस कैलकुलेशन भी जर्नल वाउचर में की जाती है | इस वाउचर को सेलेक्ट करने के लिए टैली में इसकी शॉर्टकट KEY
F7 है |
11.) मेमोरेंडम वाउचर ( Memorandum Voucher) - "टैली में Memo
Voucher का उपयोगे ऐसी एंट्री करने के लिए किया
जाता है जो कुझ समय के लिए की जाती है और जिनका प्रभाव खातो पर नही पड़ता है| अर्थात केवल याद रखने के लिए उपयोग किया जाता है | इसे ही हम मेमो VOUCHER या MEMORANDUM VOUCHER कहते है | इस वाउचर को सेलेक्ट करने के लिए टैली में इसकी शॉर्टकट KEY
CTRL + F10 है | यह वाउचर तभी काम करेगा जब हम ऑप्इशनल वाउचर
का फीचर इनेबल कर देंगे |
12.) रिजेक्शन इन ( Rejection In Voucher)- खराब स्टॉक को लेने की एंट्री रिजेक्शन इन में की जाती है |
इस वाउचर को सेलेक्ट करने के लिए टैली
में इसकी शॉर्टकट KEY
CTRL + F6 है | यह वाउचर तभी काम
करेगा जब हम रिजेक्शन आउट का फीचर इनेबल कर देंगे |
13.) रिजेक्शन आउट (Rejection Out Voucher)- खराब स्टॉक देने की एंट्री रिजेक्शन आउट में की जाती है | इस वाउचर को सेलेक्ट करने के लिए टैली में इसकी शॉर्टकट KEY
ALT+ F6 है | यह वाउचर तभी काम करेगा जब हम रिजेक्शन इन का फीचर इनेबल कर देंगे |
14.) POS वाउचर (Pos Voucher)- यह एक तरह का सेल्स का ही वाउचर है जिसका उपयोग तब किया जाता है जब हम माल
कस्टमर को बेचते है या जब किसी भी स्टॉक को बस 1 या २ यूनिट में बेचते है यानि कम सेल्स में पॉइंट ऑफ़ सेल्स का उपयोग करना
होता है जिससे समय की बचत और एक छोटा सा इनवॉइस प्रिंट आसानी से हो जाता है| इस वाउचर को सेलेक्ट करने के लिए टैली में इसकी शॉर्टकट KEY F8 ही है | यह वाउचर तभी काम करेगा जब हम वाउचर टाइप्स में जाकर इस वाउचर को बना लेंगे |
15.) परचेस आर्डर (Purchase Order Voucher)- परचेस करने से पहले उस सामान का आर्डर देना होता है जिसे परचेस आर्डर कहा जाता
है जिसकी एंट्री परचेस वाउचर में की जाती है | इस वाउचर को सेलेक्ट करने के लिए टैली में इसकी शॉर्टकट के ALT + F4 है | यह वाउचर तभी काम करेगा जब हम परचेस
आर्डर का फीचर इनेबल कर देंगे |
16.) सेल्स आर्डर (Sales Order Voucher) - सेल्स करने से पहले सेल्स का आर्डर लिया जाता है जिसकी एंट्री सेल्स आर्डर
वाउचर में की जाती है| इस वाउचर को सेलेक्ट करने के लिए टैली
में इसकी शॉर्टकट |ALT
+ F5
है| यह वाउचर तभी काम करेगा जब हम सेल्स आर्डर का फीचर इनेबल क्र देंगे |
17.) अटेंडेंस वाउचर ( Attendence Voucher) - स्टाफ में एम्प्लोयी
कितने दिन छुट्टी पर थे कितने दिन सिक लीव ली और कितने घंटे ओवरटाइम किया इसकी
एंट्री की जाती है CTRL
+F5 से एंट्री करते है | यह वाउचर तभी काम करेगा जब हम पेरोल का फीचर इनेबल कर कर पेरोल इफ़ो कर देंगे |
18.) पेरोल वाउचर (Payroll Voucher)- इस वाउचर में
स्टाफ को कितनी सैलरी देनी है इसकी कैलकुलेशन की जाती है| CTRL+ F4 इस वाउचर को सेलेक्ट करने के लिए टैली में इसकी शॉर्टकट की है | यह वाउचर तभी काम करेगा जब हम पेरोल का फीचर इनेबल कर कर पेरोल इफ़ो कर देंगे |
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