फंक्शन क्या है?
(function in ms excel in hindi)
MS Excel 2013 में फंक्शन को एक बना-बनाया
फार्मूला कहा जाता है क्योंकि ये एक खास क्रम में कुछ मान लेकर गणना करते हैं। फंक्शन बहुत सारे होते हैं जैसे कि जोड़, घटाव, मैक्स-मिन इत्यादि। आपको
किसी भी फंक्शन को उपयोग में लेन से पहले उनके आर्गुमेंट और सिंटेक्स के बारे में
जानना होगा।
एक्सेल में
फ़ॉर्मूला या फंक्शन का बहुत महत्त्व हैं जब हम कोई गणना करना चाहते हैं जैसे –
किसी कॉलम के कुछ सेलों को जोड़ना, एक संख्या का दुसरे में गुणा करना, किसी रेंज के डाटा का औसत निकालना आदि, तो हम उस गणना के लिए फोर्मुलों का उपयोग करते
हैं कोई फ़ॉर्मूला उस सेल में भरा जाता हैं जहाँ हम गणना का परिणाम दिखाना चाहते
हैं ऍम एस एक्सेल में फ़ॉर्मूला हमेशा बराबर चिन्ह (=) से प्रारंभ होता हैं|
एक्सेल में पहले से
परिभाषित फार्मूले होते है जिन्हें फंक्शन कहते हैं जिनके द्वारा विभिन्न प्रकार के कार्य किये
जा सकते है जैसे जोड़ना, घटना, गुणा, भाग, डेट, टाइम आदि|
|
यह प्रकार के
होते है। जो निम्न है।
- Math or String
- Date & Time
- Text
- Financial
- Logical
- Statically
- Lookup or reference
Function का प्रयोग
Direct Type करके :- इसमें Function को “=”
के चिन्ह के बाद टाईप कर
देते है और उसमें Argument insert करा देते है। और
अंत में इंटर या क्लिक करके उसका परिणाम प्राप्त कर सकते है।
Menu के द्वारा :- Insert menu → Function
पर क्लिक करने पर Function डायलाॅग बॉक्स आता है। जिसमें Function सिलेक्ट करते है। और ok button पर क्लिक करते हैं। और उसके बाद उसमें उसके
आॅर्गूमेंट देते है और ok button पर क्लिक करते
है।
Math Functions in Excel
1. SUM() :- इस Function के द्वारा संख्याओं को जोड़ा जाता है। इसमें value, cell address or
cell range दी जा सकती है।
Example:- =SUM(a1:a4)
Result is 180.
2. SQRT() :- इस Function की सहायता से किसी भी संख्या का SQUARE ROOT निकाला जाता है। इसके आर्गूमेंट में किसी
संख्या का सेल एड्रेस देते है या वह संख्या देते है। जिसका SQUARE ROOT निकालना होता है।
Example:- =SQRT(25)
Result :- 5
3. odd() :- इस Function से सम संख्या को विषम संख्या में बदला जा सकता
है।
उदाहरण=odd(80)
Result=81
4. even() :- इस Function से विषम संख्या को सम संख्या में बदला जा सकता
है।
Example:- =even(79)
Result=80
5. MOD() :- इस function की सहायता से किसी भी संख्या का शेषफल निकाला
जाता है। इसमें दो आर्गूमेंट दिये जाते है।
Example:- =MOD(26,5)
result=1
6.POWER() :- इस Function से किसी भी
संख्या की घात की गणना की जा सकती हैं। इसमें दो आर्गूमेंट दिये जाते है पहली
संख्या, दूसरी पावर।
Example:- =POWER(5,2)
Result = 25
7. ABS() :- इससे absolute value निकालते है। अर्थात यदि कोई चिन्ह लगा है। तो उसको हटा दिया जाता है। यह
आर्गूमेंट में एक नंबर लेता है।
Example:- =abs (-125)
Result = 125
8.Fact() :- इस Function की सहायता से किसी भी संख्या का Factorial number निकाल सकते है। यह आर्गूमेंट में एक नंबर लेता
है।
जैसे 5 का Factorial होता है। 1*2*3*4*5=120
Example:- =fact (5)
Result= 120
9. INT() :- इस function से किसी भी संख्या की इंटीजर Value निकाल सकते है। यह आर्गूमेंट में एक नंबर लेता
है।
Example:- =int(123.34)
Result=123
Text/String Functions in
Excel
इस Function का प्रयोग टैक्ट के लिये किया जाता है। इसलिये
इन्हे टैक्ट Function कहा जाता है। यह
निम्न है।
1. UPPER():- यह Function lower case के अक्षर को बडे अक्षर में बदलता है।
Syntax:- =UPPER(TEXT)
Example:- UPPER(“CyberDairy Solutions”)
Result:- CYBERDAIRY SOLUTIONS
2. LOWER() :- यह Function Upper Case के अक्षर को Lower Case अक्षर में बदलता है।
Syntax:- =LOWER(TEXT)
Example:- LOWER(“COMPUTER HINDI”)
Result:- computer hindi
3. Proper():- यह Function text को proper case में सेट करता है।
Syntax: =proper(TEXT)
Example:- proper(“COMPUTER HINDI”)
Result:- Computer Hindi
4. len():- यह Function text के अक्षर गिनता है।
Syntax: =len(TEXT)
Example:- len(“Computer”)
Result:- 8
5. left():- यह Function शब्द के अक्षरो को बायीं तरफ से निकालता है।
इसमें टैक्ट एवं कितने अक्षर निकालना है। उसकी संख्या देनी होती है।
Syntax: =Left(TEXT, Number)
Example:- Left(“Computer”,3)
Result:- Com
6. Right():- यह Function शब्द के अक्षरो को दायीं तरफ से निकालता है।
इसमें टैक्ट एवं कितने अक्षर निकालना है। उसकी संख्या देनी होती है।
Syntax: =Right(TEXT, Number)
Example:- right(“Computer”,2)
Result:- er
7. TRIM():- यह Function टैक्ट के आगे पीछे के खाली स्थान को खत्म कर
देता है।
Syntax: =Trim(TEXT)
Example:- trim(“ Computer ”)
Result:- Computer
8.MID():- यह Function शब्दों को अक्षरो के बीच से निकालाता है। इसमें
आर्गूमेंट के तौर पर टैक्ट एवं कहाॅ से अक्षर निकालना है। और कितने अक्षर निकालना
हैं । उसकी संख्या देते है।
Syntax: =MID(TEXT,START NUMBER , END NUMBER)
Example:- mid(“SUPER COMPUTER”,6,7)
Result:- COMPUTER
Date functions in Excel
DATE:-
1. NOW():- यह Function Computer की current date and Time देता है।
=NOW()
OUT PUT- 10/20/2012 19:16
2. DAY():- यह Function DATE से दिन निकालता है।
Syntax:- day(date)
Example=day(22/7/2016)
Output=20
3. MONTH ():- यह Function DATE से Month निकालता है।
Syntax:- month(date)
Example= month (10/20/2011)
Output=10
4. year():- यह Function DATE से वर्ष निकालता है।
Syntax:- year(date)
Example= year (10/20/2011)
Output= 2011
5. today():- यह Function current date
output में देता है।
=today()
Output:- 10/20/2011
6. Date():- यह Function दिये गये नम्बरों को दिनांक में बदलता है।
Syntax:- date(year,month,day)
Example:- date(2011,22,10)
Output= 22/10/211
Time Functions in Excel
1. Time():- यह Function दिये गये hour, minute, second को समय में बदलता है।
Syntax:- Time(hour,minute,second)
Example:- Time(4,30,10)
Output:- 4:30 AM
2. Second():- यह Function दिये गये समय से सेकेंड आउटपुट में देता है।
Syntax:- Second(Time)
Example:- Second(4:30)
Output:- 10
3. Minute():- यह Function दिये गये समय से मिनिट आउटपुट में देता है।
Syntax:- minute(Time)
Example:- minute (4:30)
Output:- 30
4. hour():- यह Function दिये गये समय से घण्टा आउटपुट में देता है।
Syntax:- hour(Time)
Example:- hour(4:30)
Output:- 4
फंक्शन के भाग (Parts
of Function in ms excel in hindi)
एक फंक्शन को सही काम करने
के लिए एक ख़ास क्रम और तरीके से लिखा होना जरूरी होता है जिसे हम सिंटेक्स कहते
हैं। फंक्शन का मूल सिंटेक्स में ये चीजें रहती है-
- बराबर का चिन्ह (=),
- फंक्शन का नाम (जैसे कि जोड़ या गुना), और
- एक या एक से ज्यादा आर्गुमेंट
आर्गुमेंट में वो सूचनाएँ
होती है जिनका आप हल निकालना चाहते हैं।उदाहरण के तौर पर हम अब एक ऐसे फंक्शन की
बात करने जा रहे हैं जो सेल रेंज A1:A20 की सारी वैल्यू को जोड़ेगा और परिणाम प्रस्तुत करेगा.
यहाँ जैसा कि आप देख सकते हैं शुरू में एक बराबर का चिन्ह दिया गया है और उसके
बाद फंक्शन का नाम जो कि यहाँ पर SUM है। और सबसे अंत में आर्गुमेंट जो कि यहाँ पर सेल रेंज के रूप में उपस्थित है।
आर्गुमेंट क्या है?
(argument in ms excel in hindi)
एमएस एक्सेल में फंक्शन का
प्रयोग करते समय आर्गुमेंट का ध्यान रखना जरूरी है क्योंकि इसी के अंदर वो चीजें
होती है जिनका मान या हल आपको चाहिए.आर्गुमेंट के भीरत या तो कोई एक सेल या एक से अधिक सेल के
रेंज को लिखा जाता है। इन्ही सेल के अंदर हमारा डाटा होता है।एक और ध्यान रखने
वाली बात ये है कि आर्गुमेंट को हमेशा ब्रैकेट के अंदर रखा जाता है।
यहाँ अब हम एक और उदाहरण
देखते हैं। मान लीजिये कोई फंक्शन है-
=AVERAGE (B1, B9)
इसका मतलब ये हुआ कि ये
फंक्शन अब सेल B1 से लेकर B9 तक में जितने भी डाटा हैं उन सब के औसत की गणना करेगा। जैसा
कि हम देख सकते हैं इस फंक्शन में एक ही आर्गुमेंट है।
अब आप सोंच रहे होंगे की
अगर एक फंक्शन में एक से ज्यादा आर्गुमेंट हुए तब क्या करेंगे? ये बिलकुल सरल है। एक से ज्यादा आर्गुमेंट को कौमा द्वारा
अलग-अलग कर देते हैं। आइये इसे और अच्छे से समझने के लिए उदाहरण के तौर पर एक
फंक्शन लेते हैं-
=SUM(A1:A3, C1:C2,
E1)
ये फंक्शन तीनो सेल रेंज के
मान को एक साथ जोड़ देगा।
फंक्शन के प्रकार (types
of function in ms excel in hindi)
बहुत सारे प्रकार के फंक्शन
एमएस एक्सेल में प्रयोग किये जाते हैं। उनमे से कुछ को उनके उदाहरण के साथ देखते
हैं।
- गणितीय फंक्शन जैसे कि Sum, ROUND (ये किसी खास अंक तक संख्या को राउंड करता है) इत्यादि।
- Statistical फंक्शन जैसे कि Count, Average इत्यादि।
- टेक्स्ट फंक्शन जैसे कि REPLACE, RIGHT इत्यादि।
- फाइनेंसियल फंक्शन जैसे कि RATE, NPV इत्यादि।
- लुकअप फंक्शन जैसे कि VLOOKUP और HLOOKUP.
- लॉजिकल फंक्शन जैसे IF, OR इत्यादि।
- दिन और समय वाले फंक्शन जैसे कि TODAY, NOW वगैरह।
Financial Function in MS Excel 2013
PMT Function
क्या
आप अपने लिए एक नई बाइक, कार
या घर लेने जा रहे हैं? तो
आप कई तरह के फाइनेंसियल स्किम और बैंक के इंटरेस्ट रेट और लोन टर्म से उलझन में
पड़ सकते हैं।
जब
भी आपको किसी भी लोन टर्म और इंटरेस्ट रेट की तुलना कर आप वास्तविक मासिक पेमेंट
के बारे में जानना चाहते हैं, तो
इसके लिए PMT
फॉर्मूला का उपयोग
करे |
PMT फ़ंक्शन उस लोन के
पेमेंट को कैलकुलेट करता है जिसमें निरंतर पेमेंट और और निरंतर ब्याज दर होती है।
Syntax of PMT Function
=PMT (rate, nper, pv, [fv], [type])
Arguments
rate – लोन के लिए ब्याज दर।
nper – लोन के लिए पेमेंट की कुल संख्या।
pv – वर्तमान मूल्य, या अब सभी लोन पेमेंट कि टोटल वैल्यू।
fv –(वैकल्पिक) नकद शेष राशि जो आप चाहते हैं। डिफ़ॉल्ट के लिए 0
type – (वैकल्पिक) जब पेमेंट देय होते हैं। 0 = अवधि का अंत, 1 = अवधि की शुरुआत। डिफ़ॉल्ट 0 है।
Arguments
rate – लोन के लिए ब्याज दर।
nper – लोन के लिए पेमेंट की कुल संख्या।
pv – वर्तमान मूल्य, या अब सभी लोन पेमेंट कि टोटल वैल्यू।
fv –(वैकल्पिक) नकद शेष राशि जो आप चाहते हैं। डिफ़ॉल्ट के लिए 0
type – (वैकल्पिक) जब पेमेंट देय होते हैं। 0 = अवधि का अंत, 1 = अवधि की शुरुआत। डिफ़ॉल्ट 0 है।
Example of PMT Function
Calculate Payment on Personal Loan
PMT फ़ंक्शन
का उपयोग कर आप यह जान सकते हैं कि आपको विशिष्ट इंटरेस्ट रेट और लोन टर्म के लिए
इन्सटॉलमेंट कितनी देनी होगी।
उदाहरण के लिए, यदि आप 8 महीने की वार्षिक ब्याज दर के साथ 24 महीने के लिए 10,000 लोन ले रहे हैं, तो PMT आपको बता सकता है कि आपका मासिक भुगतान क्या है।
उदाहरण के लिए, यदि आप 8 महीने की वार्षिक ब्याज दर के साथ 24 महीने के लिए 10,000 लोन ले रहे हैं, तो PMT आपको बता सकता है कि आपका मासिक भुगतान क्या है।
Generic formula
=PMT(rate,periods,-amount)
=PMT(rate,periods,-amount)
दिखाए गए उदाहरण
में, D3 में फ़ॉर्मूला है-
=PMT(C3/12,B3,-A3)
जैसा कि आप देख
सकते हैं, जब आप कई लोन टर्म की
तुलना एक साथ कर सकते हैं, जिससे कुछ
वास्तविकताएं सामने आती हैं।
FV
Function – (Future Value)
क्या आप अपने
पैसे को Fix of Deposit (FD) में निवेश करना
चाहते हैं? तो यह फॉर्मूला आपके काम
को आसान बना सकता हैं। इस फॉर्मूला कि मदद से आप अलग-अलग बैंक के ब्याज दर कि
तुलना कर यह देख सकते हैं कि अवधी के बाद आपको कितना पैसा रिटर्न आ सकता हैं।
एक्सेल का FV
फ़ंक्शन एक फाइनेंसियल फ़ंक्शन है जो निवेश के
भविष्य के मूल्य को दिखाता है। आप कांस्टेंट ब्याज दर के साथ, कांस्टेंट पेमेंट को मानते हुए निवेश के भविष्य
के मूल्य को प्राप्त करने के लिए FV फ़ंक्शन का उपयोग कर सकते हैं। इसका उद्देश्य है इन्वेस्टमेंट के फीचर वैल्यू
को प्राप्त करना।
Syntax of PMT Function
=FV (rate, nper, pmt, [pv], [type])
Arguments
rate – लोन का ब्याज दर
nper – पेमेंट की संख्या
(या महीनों में निवेश अवधि)
pmt – प्रत्येक अवधि
में पेमेंट किया गया। (आमतौर पर मासिक(| (इस नंबर को निगेटिव एंटर किया जाना चाहिए।)
pv – (वैकल्पिक)
वर्तमान प्रारंभिक शेष यदि नहीं है, तो शून्य माना जाता है। निगेटिव नंबर के रूप में एंटर किया जाना चाहिए।
type – (वैकल्पिक) जब
पेमेंट देय होते हैं। 0 = अवधि का अंत,
1 = अवधि की शुरुआत। डिफ़ॉल्ट
0 है।
उदाहरण के लिए,
मान लेते हैं कि आप 5% की वार्षिक ब्याज दर पर 10 साल के लिए 1000 प्रति माह पेमेंट करेंगे।
दिखाए गए उदाहरण
में, E3 में निम्न फ़ॉर्मूला है-
=FV(A3/12,B3,-C3,D3)
RRI Function
यदि आपके पास नकद
हैं, जिसकी आप भविष्य में
विशिष्ट वृद्धि करना चाहते हैं, तो इसके लिए
आवश्यक ब्याज क्या होना चाहिए यह आप एक्सेल में देख सकते हैं।एक्सेल का RRI
फ़ंक्शन कि मदद से आप इंटरेस्ट रेट को
कैलकुलेट कर सकते हैं।
नोट : RRI फ़ंक्शन केवल Excel 2013 और इसके आगे के
वर्जन में ही उपलब्ध है।
मान लीजिए कि
आपके पास आज कि तारीख में 10,000 रुपए हैं,
जिन्हे आप 5 साल के बाद 25,000 तक बढ़ाना चाहते हैं। तो आपको इसके लिए इतने रेट ऑफ इंटरेस्ट कि जरूरत होगी?
Syntax of RRI
RRI( nper, pv, fv )
arguments
nper : इन्वेस्टमेंट का
पीरियड
pv : इन्वेस्टमेंट का
वर्तमान मूल्य।
fv : इन्वेस्टमेंट का
भविष्य का मूल्य।
Example of RRI :
RRI फ़ंक्शन को 10,000 के निवेश के लिए आवश्यक ब्याज दर को कैल्युलेट
करने के लिए उपयोग किया जा रहा है, ताकि 5 साल कि अवधि में उसकी वैल्यू 25000 तक पहुंच सके।
सेल B5 में फॉर्मुला इस तरह से होगा।
=RRI(B2,B3,B4)
इस फॉर्मुला का
रिजल्ट त्रैमासिक दर है। जब इसे वार्षिक दर में ट्रांसलेट करने के लिए 4 से गुणा जाता है, तो आंसर 0.2011x 4 = .08 या लगभग 8% है।
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