Tuesday, 7 July 2020

Introduction to VBA features and applications.

Visual Basic---- विजुअल बेसिक माइक्रोसॉफ्ट कॉरपोरेशन द्वारा बनाया गया एक एप्लीकेशन टूल या प्रोग्रामिंग भाषा है जो बेसिक भाषा का नया रूप है। इस प्रोग्रामिंग भाषा में एप्लीकेशन के लिए प्रोग्राम ग्राफिक यूजर इंटरफेस पर बनाए जा सकते हैं। इस पर एक्टिव कंट्रोल तथा इंटरनेट आधारित एप्लीकेशन भी बनाए जा सकती हैं। पिछले कुछ सालों में कंप्यूटर पूरी तरह से बदल चुके हैं पहले के अधिकांश कंप्यूटरों में केवल एमएस डॉस चलता पर आधारित होते थे अर्थात कैरेक्टर यूज़र इंटरफेस। लेकिन आजकल के नए कंप्यूटर ग्राफिक यूजर इंटरफेस पर आधारित होते हैं। जिनमें माउस द्वारा सभी कार्य किया जाता है। ग्राफिक यूजर इंटरफेस का सबसे अच्छा उदाहरण फ्री माइक्रोसॉफ्ट विंडोज है। विंडोज के इस युग में ग्राफिक यूजर इंटरफेस पर आधारित प्रोग्रामिंग भाषाओं की जरूरत महसूस हुई। इसी क्रम में माइक्रोसॉफ्ट द्वारा कुछ प्रोग्रामिंग भाषाओं का विकास किया गया जैसे विजुअल सी++, विजुअल बेसिक, विजुअल जावा आदि।


इतिहास

1960 के दशक के बाद अमेरिकी शिक्षक जॉन को एक ऐसी प्रोग्रामिंग भाषा जरूरत थी जिसे वह अपने विद्यार्थियों को आसानी से सिखा सकें। लेकिन उस समय सभी प्रोग्रामिंग भाषाएँ काफी कठिन हुआ करती थी और उन्हें केवल पेशेवर लोग ही जाना करते थे। इसके परिणामस्वरूप जॉन ने एक प्रोग्रामिंग भाषा बनाई थी। जिसका नाम बेसिक(BASIC) रखा था। जिसका पूरा नाम Beginner's All-purpose Symbolic Instruction Code था। सरल और शक्तिशाली होने के कारण यह बहुत कम समय में प्रचलित हो गई।

विजुअल बेसिक ऑब्जेक्ट ओरिएंटेड पर आधारित प्रोग्रामिंग भाषा है। यह ग्राफिक यूजर इंटरफेस आधारित एप्लीकेशन बनाने में बहुत मदद करता हैं।


विजुअल एनवायरमेंट

विजुअल बेसिक में तीन चीजें होती है:

·        कंट्रोल (Control)

·        प्रॉपर्टी (Property)

·        इवैंट (Event)

कंट्रोल (Control):- कंट्रोल वह चीजे होती है जो एप्लीकेशन और उसको उपयोग करने वाले के बीच में कार्य को आसान बनाने में मदद करती हैं जैसे टेक्स्ट बॉक्स, बटन, फॉर्म आदि।

प्रॉपर्टी (Property):- इसी भी चीज अर्थात कंट्रोल में उसके कुछ गुण भी होते हैं। जैसे उसका बैकग्राउंड का रंग, लंबाई, चौड़ाई आदि इन सभी को कंट्रोल की प्रॉपर्टी कहा जाता है।

इवैंट (Event):- जैसा कि इसके नाम से प्रतीत हो रहा है कि यह किसी घटना के बारे में बता रहा है। विजुअल बेसिक में इवैंट का अर्थ होता है जब यूजर किसी प्रकार का कोई एक्शन लेता है तो उस पर एप्लीकेशन को क्या करना चाहिए यह डिफाइन होता है। उदाहरण के लिए यूजर किसी बटन क्लिक करता है तो बटन पर क्लिक होने के बाद एप्लीकेशन को क्या प्रतिक्रिया देनी चाहिए यह इवेंट में डिफाइन होता है।

विजुअल बेसिक को इंस्टॉल करना

विजुअल बेसिक माइक्रोसॉफ्ट कॉरपोरेशन द्वारा बनाया गया विजुअल स्टुडियो का हिस्सा है। अगर आपको अपने कंप्यूटर में विजुअल बेसिक को इंस्टॉल करने है तो विजुअल स्टुडियो 6 की सीडी को खरीदना होगा। या आप इसे माइक्रोसॉफ्ट कॉरपोरेशन की आधिकारिक साइट पर जाकर भी डाउनलोड कर सकते हैं।

डाउनलोड होने के बाद आपको setup.exe को खोलना है और दिये गए निर्देशों का पालन करते हुए आगे बढ़ना है सभी निर्देश पूरे हो जाने के बाद विजुअल स्टूडियो 6 आपके कंप्यूटर में इंस्टॉल हो जाएगा।

विजुअल बेसिक को शुरू करना

·         सबसे पहले स्टार्ट बटन पर क्लिक करें।

·         उसके बाद ऑल प्रोग्राम बटन पर क्लिक करें।

·         फिर माइक्रोसॉफ्ट विजुअल स्टूडियो 6 पर क्लिक करें।

·         माइक्रोसॉफ्ट विजुअल स्टूडियो 6 में जाकर विजुअल बेसिक 6 पर क्लिक करें।

विजुअल बेसिक 6 खुल जाएगा।


विज़ुअल बेसिक 6 आईडीई को जाने

विज़ुअल बेसिक 6 की आईडीई (इंटीग्रेटेड डेवलपमेंट एनवायरनमेंट या IDE) अन्य प्रोग्रामिंग भाषाओ के तुलना में आसान तथा कई सारे सुविधा से परिपुर्ण है। एक प्रमुख चीज जो कि विज़ुअल बेसिक 6 को सबसे अधिक शक्तिशाली प्रोग्रामिंग आईडीई बनाती है वो इसका जीयूआई डिज़ाइन है।

1.    मेन्यु बार: इस खंड में IDE को कस्टम करने और आपके प्रोग्राम को संशोधित करने के लिए कई प्रकार के विकल्प हैं।

2.    टूलबॉक्स: इस विंडो में वे ऑब्जेक्ट हैं, जो आप फॉर्म या यूज़रकॉन्टोल पर रख सकते हैं।

3.    ऑब्जेक्ट विंडो: इस विंडो में कोई ग्राफ़िकल ऑब्जेक्ट जैसे कि फॉर्म या यूज़रकॉन्टोल शामिल हो सकते हैं।

4.    ग्राफ़िकल ऑब्जेक्ट: यह ऐसा ऑब्जेक्ट है जो यह दिखायेगा कि आपका प्रोग्राम की विंडो किस तरह से दिखेगी। इस स्क्रीनशॉट में यह एक फॉर्म है जिसका नाम डिफ़ॉल्ट नाम "Form1" है।

5.    प्रोजेक्ट टूलबार: यह वह जगह है जहां से आप प्रोजेक्ट में विभिन्न फ़ाइलों पर नेविगेट करते हैं। आप प्रोजेक्ट में शामिल सभी फाइलो को यहां देख सकते है।

6.    प्रॉपर्टीज विंडो: यहां, आप ऑब्जेक्ट और कॉन्टोल के विभिन्न प्रॉपर्टीज को बदलते हैं। यहां आप किसी भी ऑब्जेक्ट या कॉन्टोल के प्रॉपर्टीज सेट करेंगें। जैसे यदि आप अपने फॉर्म में बटन ऑब्जेक्ट डाले है तो उसका नाम, रंग आदि यही से सेट किया जायेगा।

किसी भी प्रोग्रामिंग भाषा का उपयोग करके बनाए गए प्रोग्राम को एप्लीकेशन कहा जाता है। अन्य प्रोग्रामिंग भाषाओं की तरह विजुअल बेसिक 6 में भी एप्लीकेशन निर्माण के कुछ चरण होते है। जो इस प्रकार हैं

·         एप्लीकेशन का ग्राफिक यूजर इंटरफेस तैयार करना।

·         एप्लीकेशन के इवैंट लिखना।

·         एप्लीकेशन की जांच करना तथा उसकी गलतियों को सही करना अर्थात डीबग (Debug) करना।

एप्लीकेशन के ग्राफिक यूजर इंटरफेस को तैयार करना

विजुअल बेसिक में एप्लीकेशन का मुख्य भाग फॉर्म होता है। जो चित्र 1 में 4 नंबर द्वारा दिखाया गया है। इसे ही फॉर्म कहा जाता है। फॉर्म एक तरह की विंडो होती है इसमें हम तरह-तरह की वस्तुएं रखते हैं जैसे बटन, टेक्स्ट बॉक्स आदि। उदाहरण के लिए आप नोटपैड या पैंट की विंडो देख सकते है। वो पूरी विंडो एक फॉर्म होती है।

विजुअल बेसिक में ग्राफिक यूजर इंटरफेस तैयार करना बहुत आसान है। आपको अपनी एप्लीकेशन में जिस चीज की जरूरत है उसे आप टूलबॉक्स से उठाकर फॉर्म विंडो में रख दें। यह बहुत सरल होता है इसमें अधिक समय भी नहीं लगता है। बस फॉमें में टूलबॉक्स से चीजें अर्थात कंट्रोल को रखते जाए जिस कंट्रोल की आपको जरूरत है और फॉर्म को व्यवस्थित कर दे। कंट्रोल में आप टूलबॉक्स से कुछ भी रख सकते हैं विजुअल बेसिक 6 में किसी प्रकार की बाध्यता नहीं है आप चाहे बटन कंट्रोल रखें या टेक्स्ट बॉक्स कंट्रोल या कुछ और। तथा यहां फॉर्म को व्यवस्थित करने से मतलब है कि बटन कंट्रोल कहां रखा होना चाहिए, टेक्स्ट बॉक्स कंट्रोल कहां रखा होना चाहिए तथा और कंट्रोल कहां रखे होने चाहिए आदि। यदि आपने पहले से ही अपनी एप्लीकेशन का ग्राफिक यूजर इंटरफेस सोच रखा है तो आपको 1 घंटे से ज्यादा नहीं लगेगा। आप 1 घंटे में ही अपनी एप्लीकेशन का पूरा ग्राफिक यूजर इंटरफेस तैयार कर लेंगे।

आपका पहला विजुअल बेसिक 6 प्रोग्राम

किसी भी प्रोग्रामिंग भाषा में पहला कदम अपने प्रोग्राम में "हैलो वर्ल्ड!" दिखाना होता है यह सबसे आसान और पहले कदम के सबसे अच्छा रहता है। इसलिए, हम यही करने जा रहे हैं, लेकिन मैं इसे आपके लिए जटिल बनाना चाहता हूं। आप खुद आईडीई को खोले और उसमे नया प्रोजेक्ट बनाये फिर उसके स्रोत कोड में जाये। तथा नीछे दिये गए कोड को वहां रिप्लेस करे।

Private Sub Form_Load()

    MsgBox "Hello World"

End Sub

अब प्रोग्राम को चलाने के लिए "रन" बटन या [F5] दबाएं। यह आपको एक संदेश बॉक्स दिखाएगा जो कुछ ऐसा कहता है:

Hello World


प्रश्न 1 .   विजुअल बेसिक क्या है ? इसके features एवं  editions को समझाइये ।

     what is visual  basic ? explain  the  features and  editions of  visual basic.

 

उत्तर -विजुअल बेसिक (visual  basic )एक tool  है जिसका उपयोग  विंडो (window )Application  बनाने के लिए किया जाता है ।

                     विसुअल बेसिक (visual  basic ) ,BASIC  programming language का Extention है । दोनों में मुख्य अंतर यह है कि visual  basic में विंडो (graphical  user  interface ) Application बनाने के लिए किया जाता है जबकि basic  का उपयोग DOS  programme  बनाने के  किया जाता है।

                       visual  basic  programming language का मुख्य विशेषता यह है कि इसमे अत्यंत सुगमता से user  के आवश्यकता के अनुसार आप Application  का विकास कर सकते  है ।  इसमें  integrated  Development  Environment (IDE )को निहित कर सकते है  जप ज़ो  कि  आप माउस के माध्यम से अपने Application  का विकास कर सकते है और साथ साथ keyboard  के माध्य्म से Code  को टाइप करते है जो कि Execute होता है ।

                         विजुअल बेसिक (visual  basic ) programming language में Built -in  code  होते है जिसको programmer आसानी से handle  कर सकता है । visual  basic की मुख्य significance database  handling features है । Database  handling सुविधा के कारण ही इस प्रोग्रामिंग भाषा का आधा application इसके माध्यम से control किया जाता है। यह visual  basic programming  language  का अत्यधिक built -in feature  है ।

    visual  basic  programming  language,Internet  को Access करने के लिए भी सुविधा प्रदान करता है। visual  basic  विभिन्न प्रकार के Application  Edition है। जैसे -Microsoft word,Microsoft Excel,Microsoft Access  इत्यादि ।

 

 

Features  of  visual  basic

        1. विजुअल बेसिक object based programming  लैंग्वेज है । उदाहरण के लिए आप Application  का निर्माण सीधे इसके tools  से कर सकते है।

       2 . यह यूजर को Clipboard और Printer को Access करने की अनुमति है ।

       3 . यह mouse और Keyboard को Responds  करता है ।

       4 . इसमे powerful  database  access tools की सुविधा है । जिसके माध्यम से Front   and  database Application  आसानी से बना सकते है ।

       5 . इस Programming  language  में  Active X technology  की सुविधा है । जिसके सहायता से दूसरे application  के  सुविधाओं का भी आप उपयोग कर सकते हैं । जैसे -Microsoft  word ,Microsoft excel ,इत्यादि ।

      6 . इस programming  language  की सहायता से आप अपने एप्लीकेशन में इन्टरनेट और इंट्रानेट की सुविधाओ को भी Access  कर सकते है।

      7 . इसमें बड़ी आसानी से debugger और error  -handling  की जा सकती है ।

      8. इस programming  language  में package  डेवलपमेंट Wizard  है।जिसमे आप अपने Application  को बड़ी सुगमता से Distributing  कर सकते है ।

     9 . इस programming  language  में Array ,Mathematical,String ,handling और Graphic function  का उपयोग बड़ी सरलता से किया जा सकता हैं ।

            

              visual  basic  Edition : Development   के आधार  पर visual  basic  को  मुख्य तीन चरण में

बांटा गया है । जो इस प्रकार है -

        1 . visual  basic  learning  Edition .

        2 . visual  basic  professional Edition .

        3 . visual  basic  Enterprise  Edition .

    

        1 .The  visual  basic  learning  Edition: इस Edition मे  Programme  Microsoft Window और window  NT में powerful Application  का निर्माण कर सकता है।

        2 .The  visual  basic  professional Edition .: इस edition  में learning  edition  के सारे गुणों  के आलावा Active X controls,Internet  Information server  application Designer,Integrated page Designer  इत्यादि  किया गया है ।

           3 . The visual  basic  Enterprise  Edition : इस Edition  में learning Edition  और professional  edition  के अलावा professional  को Distributed  Application  बनाने की सुविधा प्रदान करता है। इस Edition  में SQL server ,Microsoft  Transaction  server ,I I S , S  N  A   server  आदि की सुविधएं है।


No comments:

Post a Comment

Please Do Not Enter Any Spam Link in the comment Box.